Thursday, January 21, 2016

निःशुल्क तीर्थ यात्रा जगन्नाथ पुरी एवं कोणार्क मन्दिर (उड़ीसा)

रामायण काल के प्रंसग के अनुसार बालक श्रवण कुमार द्वारा अपने दृष्टिहीन वृद्ध माता-पिता को उनकी इच्छानुसार धार्मिक यात्रा कराने हेतु साधन विहीनता के कारण कावर में बैठाकर अपने कंधे में ढोते हुये उन्हें इच्छित तीर्थस्थानों की यात्रा कराई गई थी। ऐसे मातृ-पितृ भक्त श्रवण कुमार को आज भी पूरे देश में बड़ी श्रृद्धा के साथ स्मरण किया जाता है।वर्तमान संवेदनशील समाजवादी प्रदेश सरकार द्वारा यह अनुभव किया गया कि आज के युग में ऐसी यात्राओं हेतु अनेक संसाधन/विकल्प उपलब्ध होने के बावजूद प्रदेश के वरिष्ठ नागरिक अपने जीवन के अन्तिम पड़ाव में अपनी आर्थिक तंगी के कारण चारो धाम एवं अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों की यात्रा करने में असमर्थ है, अतः वरिष्ठजनों के भावनाओं के दृष्टिगत उनकी इच्छापूर्ति हेतु मा.मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा सदभाओयुक्त एंव श्री विजय कुमार मिश्र मा0 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मार्थ कार्य विभाग के कुशल मार्ग दर्शन में शासन द्वारा यह महत्वाकांक्षी योजना प्रारम्भ की गई । मा. मुख्यमंत्री जी के कर-कमलों द्वारा हरिद्वार एवं ऋषिकेश हेतु ‘समाजवादी श्रवण यात्रा’ का उद्घाटन कर इस पुनीत सदभावनायुक्त एवं सराहनीय योजना का शुभारम्भ किया गया। इस धार्मिक यात्रा के यात्रियों को सभी प्रकार की आवश्यक सुख-सुविधायें यथा-यात्रा के दौरान नाश्ता, दोपहर व रात्रि काभोजन, रात्रि विश्राम की व्यवस्था , दैनिक उपयोग की वस्तुओं एवं पूजन सामग्री की किट, चिकित्सा सुविधा उन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। स्थानीय भ्रमण के लिये बस, रूकने के लिये समुचित व्यवस्था, ट्रेन एवं रूकने के स्थान पर अच्छी सफाई व्यवस्था तथा मानवीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये सभी आवश्यक सुविधाएं एवं व्यवस्थायें उपलब्ध करायी जाती हैं। यह यात्रा IRCTC के माध्यम से कराई जाती है। इस यात्रा को तीर्थ-यात्रियों, उनके परिजनों, समाजसेवी, प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकारों एवं समाज के प्रत्येक वर्ग द्वारा सराहा गया। सम्मानित एवं लोकप्रिय समाचार पत्रों में मुख्य पृष्ठ पर समाचार प्रकाशित किये गये तथा सम्पादकीय लेख प्रकाशित हुये, जिससे उत्साहित होकर जनता की बेहद मांग पर मा० मुख्यमंत्री जी की उदारवादी सहर्ष स्वीकृत प्रेणना से वर्तमान में जगन्नाथ पुरी एवं कोणार्क मन्दिर (उड़ीसा) की यात्रा दिनांक 24 फ़रवरी 2015 को प्रस्तावित है । यात्रायें :-
पूर्व में हो चुकी यात्राऐं -
1. हरिद्धार एवं ऋषिकेश (14/3/2015)
2. अजमेर एवं पुष्कर (23/7/2015)
3. तिरुपति एवं रामेश्वरम (20/1/2016)
 वर्तमान यात्रा :- जगन्नाथ पुरी एवं कोणार्क मन्दिर (उड़ीसा) यात्रा (24/02/2016)


यात्रा की पात्रता :
यात्रा पर जाने के लिए पात्रता आवेदक उ0प्र0 का मूलनिवासी हो एंव उसकी आयु 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। आवेदक द्वारा आवेदन पत्र के साथ पहचान प्रमाण पत्र / निवास प्रमाण पत्र में से कोई एक स्वप्रमाणित प्रमाण-पत्र संलंग्न करना अनिवार्य है एंव किसी भी चिकित्साधिकारी द्वारा जारी स्वस्थता प्रमाण-पत्र संलंग्न करना अनिवार्य है। यात्रा हेतु इच्छुक यात्री अपना ऑनलाइन आवेदन सभी सम्बन्धित/वांछित अभिलेखों के साथ अपलोड कर सकते है। अन्यथा इच्छुक यात्री अपना आवेदन मूल रूप मे सभी सम्बन्धित/वांछित अभिलेखों सहित अपने जिले के जिलाधिकारी को उपलब्ध करा सकते है। यात्रा हेतु इच्छुक यात्रियों को आवेदन करते समय अपना मोबाइल नम्बर देना अनिवार्य है, ताकि यात्रा से सम्बन्धित जानकारियां एस0एम0एस0 अथवा विज्ञापन के माध्यम से यात्रियों को दी जा सकें। यात्रा के दौरान किसी यात्री की मुत्यु होने पर धर्मार्थ कार्य विभाग की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

हेल्पलाइन नंबर - 0522 - 2992932 , 9196042365 (कार्य दिवसों में प्रातः 10 बजे से सायंकाल 5 बजे तक)

​​जगन्नाथ पुरी एवं कोणार्क मंदिर यात्रा  में आवेदन हेतु यहाँ यहाँ क्लिक करें


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